Title Certificate क्या होता है?
Title Certificate (मालकी प्रमाणपत्र) एक कानूनी दस्तावेज़ है जो यह प्रमाणित करता है कि किसी संपत्ति (प्रॉपर्टी) पर कौन व्यक्ति कानूनी रूप से मालिक है। इसे Advocate द्वारा 30 वर्षों की प्रॉपर्टी हिस्ट्री की जाँच के बाद तैयार किया जाता है।
यह दस्तावेज़ यह साबित करता है कि संपत्ति विवाद रहित है और विक्रेता को उसे बेचने का पूरा अधिकार है।
Title Certificate में क्या शामिल होता है?
1. संपत्ति का संपूर्ण रिकॉर्ड – पिछले मालिकों की जानकारी
2. रजिस्टर्ड दस्तावेजों की जाँच – Sale Deed, Gift Deed, आदि
3. कोर्ट केस, लोन, Mortgage या किसी भी प्रकार के Dispute की स्थिति
4. सरकार के टैक्स और ड्यूज की स्थिति
5. 7/12 Extract, Property Card, Index II की जाँच
Title Certificate कब ज़रूरी होता है?
संपत्ति खरीदते समय
बैंक लोन के लिए
पुनर्विकास (Redevelopment) प्रोजेक्ट में
सोसायटी ट्रांसफर या बिल्डर से कब्जा लेते समय
कोर्ट में प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों के लिए
DRS Group से क्यों बनवाएं Title Certificate?
अनुभवी वकीलों द्वारा 30 वर्षों की प्रॉपर्टी हिस्ट्री की जाँच
सभी आवश्यक दस्तावेजों की वेरिफिकेशन
डिस्प्यूट फ्री और क्लियर टाइटल की प्रमाणिकता
बैंक, कोर्ट, अथॉरिटी द्वारा मान्य फॉर्मेट में रिपोर्ट
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