मकान मालिक–किराएदार विवाद क्या होता है?
जब किराए पर रहने वाला व्यक्ति (Tenant) और मकान मालिक (Landlord) के बीच किराए, कब्जा, खाली करने या अन्य शर्तों को लेकर विवाद हो जाता है, तो उसे "Landlord-Tenant Dispute" कहा जाता है।
आम विवादों के प्रकार:
1. किराएदार द्वारा मकान खाली न करना
2. किराए की रकम या बढ़ोत्तरी को लेकर विवाद
3. मरम्मत/मेंटेनेंस को लेकर विवाद
4. तय समय से पहले मकान खाली करने की मांग
5. किराए का समझौता (Leave & License Agreement) न होना
6. गैरकानूनी कब्जा या बेदखली की कार्रवाई
मुंबई में ऐसे विवाद कहाँ हल होते हैं?
Small Causes Court (Rent Court) — किराए से जुड़े मामले
Civil Court — कब्जा, मालिकी या अन्य विवाद
Police Assistance — अवैध कब्जा या धमकी की स्थिति में
Mediation या नोटिस प्रक्रिया — कोर्ट के बाहर समाधान के लिए
जरूरी दस्तावेज़:
रेंट एग्रीमेंट / लीव एंड लाइसेंस एग्रीमेंट
किराया भुगतान की रसीदें
नोटिस/चिट्ठियाँ जो भेजी गई हों
कब्जे या विवाद से संबंधित फोटोज़/प्रमाण
DRS Group से पाएं सहायता:
किराएदार या मकान मालिक के पक्ष में लीगल नोटिस भेजना
रेंट एग्रीमेंट ड्राफ्ट करना या रजिस्टर कराना
कोर्ट केस दाखिल करना या बचाव करना
सुलह या क़ानूनी प्रक्रिया में मार्गदर्शन
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